कविता से
कविता मे जिस गुड़िया की चर्चा है वह कैसी है?
कवि ने जो गुड़िया खरीदी है वो आंखें झपका सकती है। गुड़िया की चुनरी सितारों से जड़ी है। उसकी काली आंखें बहुत सुंदर है। ये गुड़िया बेकार की चीजों से बनी है। इसके बावजूद कवि उसकी सुंदरता पर मोहित हो जाता है।